Tuesday, September 19, 2006
13.लिखो
लिखो
जो लिखना चाहते हो
लिख डालो
क्योंकि हो सकता है
फिर लिखने का
समय ही निकल जाये ।
लिखो
उस भावना के बारे में
जो मर चुकी है
उन पत्तों के बारे में
जो झर चुके हैं
उन आत्माओं के बारे में
जो डर चुकी हैं
लिखो, जरुर लिखो
उनके हौसले
बुलंद करने के लिये –
लिखो
क्योंकि हो सकता है
तुम्हारे लिखने से
उसको संबल मिल जाये ।
लिखो
उन इन्सानों के बारे में
जो सो रहे हैं
उस पाप के बारे में
जिसे बो रहे हैं
उस पुण्य के बारे में
जिसे खो रहे हैं
लिखो
जरूर लिखो
क्योंकि हो सकता है
तुम्हारे लिखने से
कुछ प्रेरणा मिल जाये ।
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