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33. तुम्हारा प्यार
तुम्हारा प्यार
जैसे
रूप का
श्रृंगार ।
तुम्हारा प्यार
जैसे
प्रणय की
मनुहार ।
तुम्हारा प्यार
जैसे
खुशनुमा
संसार ।
तुम्हारा प्यार
जैसे
पायल की
झंकार ।
तुम्हारा प्यार
जैसे
बाहों का
हार
तुम्हारा प्यार
जैसे
सावन की
बहार00000
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